Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
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धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा॥
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
Irrespective of 1’s social standing or authority, By reciting this, they attain purity and victory. Even those people who are childless and yearning for wants, Will surely acquire blessings from the grace of Lord Shiva.
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन क्षार लगाए॥
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जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै more info कलेशा॥
कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥